मंगलवार, 6 सितंबर 2016

विनायक से विनय ~

हे   बुद्धि  के  दाता  विघ्न  विनाशक
ज्ञान   हम  सब   जनों   को   दीजिए

कश्मीर    से     कन्याकुमारी    तक
गोवा  से    बंगाल   की   खाड़ी  तक

भारत एक  है और एक ही रहेगा ऐसा
दुनियाँ  को   कहने  लगा  ही  दीजिए

अभिव्यक्ति   की  स्वतंत्रता  से  नीत
कश्मीर   पर   बड़बोलापन   हो  रहा

कश्मीर  रोज रो रहा आतंक नाच रहा
आतंक को अपना तांडव दिखा दीजिए

बुद्धि के  दाता  हे  गजानन हे गणपति
अब  मेरी  अरजी  स्विकार  कीजिए ॥

॥गौरीलाल  गणेश  भगवान  की जय ॥
       ~~~~~>मनीष गौतम 'मनु'
दिनांक -०७/०९/२०१६

सुप्रभात मित्रों ~
आने वाला 'पल' और 'कल' मंगलमयी हो 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें