शुक्रवार, 16 सितंबर 2016

लालच~

लालच बुरी बलाय-
और बिल्ली नौ दो ग्यारह हो गयी ;

मित्रों ये दृश्य मेरे गाँव का है । जहाँ एक जंगली लालची बिल्ली,दूध के डिब्बे में अपना सिरफंसा बैठी और निकलने की जद्दोजहद में इधर-उधर उछलती-कूदती कभी जोर से गिरती कभी टकरा जाती । उसकी घबराहट, झटपटाहट दर्दनाक थी ।बहुत कोशिश के बाद भी वह निकल न सकी ।अंत में हताश और निढाल हो कर  एक स्थान पर लुढ़क गई ।

बिल्ली की दयनीय दशा देख मेरे पड़ोसी  ने हिम्मत और समझदारी से बिल्ली को विपत्ति से निजात दिलाया । और डिब्बे से छुटकारा मिलते ही बिल्ली नौ दो ग्यारह हो गयी ।

मित्रों इस घटना का विडियो मैने अपने मोबाइल से कल बनाया था ।
खैर ,बिल्ली तो बिल्ली ठहरी।मगर हम इन्सानों को बहुत बड़ा संदेश और सबक दे गयी ।

सुप्रभात मित्रों -
आने वाला पल और कल मंगलमयी हो ..

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