स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर अमर शहीदों को शत-शत नमन एवं सभी देशवासियों को आत्मिक हार्दिक बधाई ॥
चिट्ठी न कोई संदेश, जाने वह कौन सा देश
जहां तुम चले गए, जहां तुम चले गए
इस दिल पे लगा के ठेस,जाने वह कौन सा देश जहां तुम चले गए, जहां तुम चले गए ॥
चिट्ठी न कोई संदेश.......
एक आह भरी होगी, हमने ना सुनी होगी
जाते जाते तुमने, आवाज तो दी ही होगी
हर वक्त यही है ग़म,उस वक्त कहां थे हम
कहां तुम चले गए, कहां तुम चल गये ॥
चिठ्ठी न कोई संदेश......
हर चीज़ पे अश्कों से, लिखा है तुम्हारा नाम
ये रस्ते घर गलियां,तुम्हें कर न सके सलाम हाय दिल में रह गई बात,जल्दी से छुड़ा कर हाथ कहां तुम चले गए,कहां तुम चले गए ॥
चिट्ठी न कोई संदेश......
अब यादों के कांट, इस दिल में चुभते हैं
ना दर्द ठहरता है,ना आंसू रुकते हैं
तुम्हें ढूंढ रहा है प्यार हम कैसे करें इकरार
की हाँ तुम चले गए,की हाँ तुम चले गए ॥
चिट्ठी न कोई संदेश.....॥
भारत माता की जय
~~~~~~~~ Ω जय हिन्द Ω
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