रात देखा जो सपने उन्हें साकार करना है.! सुबह की रौशनी मैं उन्हे आकार देना है ! लक्ष को पाना है आत्मविश्वास से ! इन्ही आशाओं के साथ..........
आप सभी मित्रों को राम राम भी तो कहना है.....
सुप्रभात मित्रों आने वाला पल और कल मंगलमय हो...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें