सोमवार, 13 अप्रैल 2015

सुप्रभात

रात देखा जो सपने उन्हें साकार करना है.! सुबह की  रौशनी मैं उन्हे आकार देना है ! लक्ष को   पाना  है आत्मविश्वास से  ! इन्ही आशाओं के साथ..........

आप सभी मित्रों को राम राम भी  तो कहना है.....

सुप्रभात मित्रों आने वाला पल और कल मंगलमय हो...

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