मंगलवार, 24 मार्च 2015

*°* आजादी में शिष्टाचार *°*

  अभिव्यक्ति  की  ज्यादाती पर  "कानुन"       

   सजा न  दें  पर प्रकृती और  जिन्दगी  का

  "बकसना" मुश्किल ही नहीं नामुमकिनहै. !

  अत: आजादी में शिष्टाचार आवश्यक है !!

  ____________सुप्रभात  मित्रों शुभ दिवस

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